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Submitted by Dr DS Sandhu on

बरपाली उड़ीसा में इयूका का शताब्दी समारोह इयूका का उड़ीसा में शताब्दी वर्ष एवं सम्मान समारोह आयोजित*
बरपाली (उड़ीसा): भारतीय नौजवान सांस्कृतिक संघ ( इयूका) की स्थापना के 17दिसंबर 2024 मंगलवार को शताब्दी वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर मारवाड़ी धर्मशाला बरपाली जिला बरगढ़ उड़ीसा में बहुत ही हर्षोल्लास के बीच विभिन्न सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कार्यक्रमों के साथ देश के विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय व्यक्तियों को उनके विशेष योगदानों के संबंध में अलग-अलग 17 राष्ट्र स्तरीय सम्मान इयूका ने प्रदान किये।
   इस शताब्दी स्थापना वर्ष का आयोजन तीन सत्रों में आयोजित किया गया। जिसमें सर्वप्रथम आयोजन के मुख्यातिथि तथा भारतीय नौजवान सांस्कृतिक संघ, इयूका के राष्ट्रीय संचालक डॉ.डी.एस.संधु अशोकनगर म.प्र.ने इयूका  के सुर्ख परचम को फहराया  तथा शहीद वेदी पर पुष्पांजलि अर्पित की । जनगीत "सुर्ख है परचम " के गायन के साथ इयूका के शताब्दी वर्ष कार्यक्रम को आरम्भ करने की औपचारिक घोषणा की। इसके साथ ही इयूका के साथियों ने विभिन्न वाहनों से के साथ अपना कारवां रैली के रूप में प्रारंभ किया जो सर्व प्रथम पश्चिम उड़ीसा में महत्वपूर्ण मानी जाने वाली मां बम्लेश्वरी के प्राचीनतम स्थान पर पहुंचे जहां पर उपस्थित जनों ने बहुत गर्म जोशी से मुख्यातिथि डाॅ .संधु का स्वागत किया।
इयूका का यह काफिला उड़ीसा के स्वभाव कवि गंगाधर मेहर की प्रतिमा तथा गांधी चौक पर महात्मा गांधी की प्रतिमा और कदली पाली स्थित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भागीरथ पटनायक के निवास स्थान पर पहुंच कर उन्हें श्रद्धांजलि दी तथा पटनायक के परिजनों से मुलाकात भी की।
 इयूका का यह विशाल चल समारोह डॉ.डी.एस.संधु के मुख्यातिथि के रूप में लेकर बरपाली के महिला महाविद्यालय पहुंचा और वहां पर शहीदों तथा स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण और शाल चढ़ाने के साथ ही दीप प्रज्ज्वलित करने के उपरांत महिला महाविद्यालय परिसर में वहां के स्टाप सहित छात्राओं ने डॉ.दविंदर सिंह संधु का बहुत ही जोरदार स्वागत एवं  अभिनन्दन तिलक लगाकर तथा माल्यार्पण और शाल श्रीफल के साथ स्मृति चिन्ह एवं साहित्य भेंट किया। 
डॉ.संधु ने छात्राओं को अपना आशीर्वचनों के साथ संबोधित किया तथा बिना विचलित हुए अपने कर्तव्यों पर डटे रहने तथा अपने अधिकारों के लिए लड़ाई करने का अव्हान करते हुए शुभकामनाएं प्रदान की।
 इयूका का यह काफिला अपने गंतव्य आयोजन स्थल मारवाड़ी  धर्मशाला पर पहुंचकर अपने निर्धारित समयानुसार आगे के कार्यक्रम में शामिल हुआ।
  यह भारतीय नौजवान सांस्कृतिक संघ इयूका का शताब्दी वर्ष का आयोजन इयूका की उड़ीसा राज्य इकाई द्वारा किया जा रहा है ।जहां पर उड़ीसा राज्य की अध्यक्ष श्रीमती रेणु अग्रवाल ने स्वागत भाषण उपरांत राज्य इकाई की रिपोर्ट तथा राष्ट्रीय परिषद का एजेंडा प्रस्तुत किया ।जिसे ध्वनि मत से बिना किसी विरोध स्वीकृत किया गया।
इस शताब्दी समारोह के द्वितीय सत्र  सम्मान समारोह  एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का रहा जिसमें डॉ.दविंदर सिंह संधु राष्ट्रीय संचालक को आजीवन साहित्य कर्म , समाज शास्त्रीय विचारक के रूप में दिये गये योगदान, कला संस्कृति उन्नयन के साथ चिकित्सा के क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं देने और इयूका के माध्यम से युवक-युवतियों को साकारात्मक रूप से सफलता का मार्ग प्रशस्त करने के लिए "शहीदे आज़म भगतसिंह लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड - 2024" से नवाजा गया। इसके अतिरिक्त 16 अन्य  विशिष्ट लोगों को भी पृथ्क - पृथ्क क्षेत्रों में सरदार  तेजा सिंह संधु रंग कर्म सम्मान, करतार सिंह सराभा कला संस्कृति सम्मान, माता विद्या वती कौर संधु समाजसेवी महिला सम्मान, शहीद सुखदेव खेल सम्मान, दुर्गा भाभी महिला खेल सम्मान, राजगुरु समाज सेवा सम्मान, बटुकेश्वर दत्त ललित कला सम्मान, एडवोकेट आसिफ अली विधी सम्मान,शिव वर्मा साहित्य सम्मान, भगवती चरण बोहरा विज्ञान - तकनीकि सम्मान, चंद्रशेखर आजाद क्रांतिकारी विचारक सम्मान, डॉ.ग्याप्रसाद चिकित्सा सम्मान, गणेशशंकर विद्यार्थी पत्रकारिता सम्मान, प्रोफेसर यशपाल शिक्षा सम्मान, जयदेव गुप्त समाज सेवा सम्मान के नाम वाले इन राष्ट्र स्तरीय सम्मानों से अलंकृत किया गया।

सांस्कृतिक  प्रस्तुतियों में डाॅ.डी.एस.संधु के लिखित एवं निर्देशित नाटक "दर्शन शहीदे आज़म भगतसिंह" के विभिन्न अंशों का प्रस्तुतीकरण मास्टर कृष्णा अग्रवाल भगतसिंह के रूप में तथा श्रेया जलाल माता विद्यावती कौर के रूप में अपने अभिनय को जीवंतता प्रदान की। वहीं भावंत्शी प्रधान ने ओड़िशी नृत्य,सुप्रीति भोई एवं आद्याशा पाणिग्रही का कविता पाठन, सुरेंद्र पाणिग्रही और सुनील विहार द्वारा अद्भुत तबला तथा बांसुरी से  मंत्रमुग्ध प्रर्दशन किया, समरीन दास का देश भक्ति नृत्य, मनप्रीत कौर का पंजाब भांगड़ा, दिव्यांश का देश भक्ति उड़ीया गीत,भोला शंकर एवं पूर्णिमा का रंग दे बसंती चोला प्रमुख आकर्षण रहा।
अंतिम तृतीय सत्र में आयोजन के सभापति जय प्रकाश अग्रवाल ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन के साथ ही कार्यक्रम के प्रायोजकों आदित्य विरला कैपीटल,केयर हेल्थ इंश्योरेंस,आई सीआई सी आई प्रोडेंसियल तथा माई फिन हब को इस शताब्दी समारोह कार्यक्रम के सफल  आयोजन के लिए धन्यवाद दिया  तथा मुख्यातिथि के हाथों स्मृति चिन्ह प्रदान कराये गये। आयोजन के तीनों  सत्रों का सफलता पूर्वक संचालन इयूका की उड़ीसा राज्य अध्यक्ष श्रीमती रेणु अग्रवाल तथा शिक्षिका खुशबू शर्मा ने किया तथा विशेष सहयोग नमिता नायक का रहा।
वहीं माई फिन हब द्वारा सर्वश्रेष्ठ कर्मचारियों को भी पुरस्कृत किया। कार्यक्रम के इस अंतिम सत्र में इयूका के राष्ट्रीय संचालक तथा आयोजन के मुख्यातिथि डॉ.डी.एस.संधु  तथा आमंत्रित कवियों ने अपनी - अपनी रचनाओं से दर्शकों तथा श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया ।
इस शताब्दी समारोह के समापन पर उड़ीसा इकाई की अध्यक्ष श्रीमती रेणु अग्रवाल विनम्र भाव से किसी भी त्रुटि के लिए क्षमा मांगते हुए इस आयोजन को सफल बनाने के साथ साथ इसमें उपस्थित जनों का हार्दिक आभार ज्ञापित किया।
इस शताब्दी समारोह के द्वितीय सत्र  सम्मान समारोह  एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का रहा जिसमें डॉ.दविंदर सिंह संधु राष्ट्रीय संचालक को आजीवन साहित्य कर्म , समाज शास्त्रीय विचारक के रूप में दिये गये योगदान, कला संस्कृति उन्नयन के साथ चिकित्सा के क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं देने और इयूका के माध्यम से युवक-युवतियों को साकारात्मक रूप से सफलता का मार्ग प्रशस्त करने के लिए "शहीदे आज़म भगतसिंह लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड - 2024" से नवाजा गया। इसके अतिरिक्त 16 अन्य  विशिष्ट लोगों को भी पृथ्क - पृथ्क क्षेत्रों में सरदार  तेजा सिंह संधु रंग कर्म सम्मान, करतार सिंह सराभा कला संस्कृति सम्मान, माता विद्या वती कौर संधु समाजसेवी महिला सम्मान, शहीद सुखदेव खेल सम्मान, दुर्गा भाभी महिला खेल सम्मान, राजगुरु समाज सेवा सम्मान, बटुकेश्वर दत्त ललित कला सम्मान, एडवोकेट आसिफ अली विधी सम्मान,शिव वर्मा साहित्य सम्मान, भगवती चरण बोहरा विज्ञान - तकनीकि सम्मान, चंद्रशेखर आजाद क्रांतिकारी विचारक सम्मान, डॉ.ग्याप्रसाद चिकित्सा सम्मान, गणेशशंकर विद्यार्थी पत्रकारिता सम्मान, प्रोफेसर यशपाल शिक्षा सम्मान, जयदेव गुप्त समाज सेवा सम्मान के नाम वाले इन राष्ट्र स्तरीय सम्मानों से अलंकृत किया गया।

सांस्कृतिक  प्रस्तुतियों में डाॅ.डी.एस.संधु के लिखित एवं निर्देशित नाटक "दर्शन शहीदे आज़म भगतसिंह" के विभिन्न अंशों का प्रस्तुतीकरण मास्टर कृष्णा अग्रवाल भगतसिंह के रूप में तथा श्रेया जलाल माता विद्यावती कौर के रूप में अपने अभिनय को जीवंतता प्रदान की। वहीं भावंत्शी प्रधान ने ओड़िशी नृत्य,सुप्रीति भोई एवं आद्याशा पाणिग्रही का कविता पाठन, सुरेंद्र पाणिग्रही और सुनील विहार द्वारा अद्भुत तबला तथा बांसुरी से  मंत्रमुग्ध प्रर्दशन किया, समरीन दास का देश भक्ति नृत्य, मनप्रीत कौर का पंजाब भांगड़ा, दिव्यांश का देश भक्ति उड़ीया गीत,भोला शंकर एवं पूर्णिमा का रंग दे बसंती चोला प्रमुख आकर्षण रहा।
अंतिम तृतीय सत्र में आयोजन के सभापति जय प्रकाश अग्रवाल ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन के साथ ही कार्यक्रम के प्रायोजकों आदित्य विरला कैपीटल,केयर हेल्थ इंश्योरेंस,आई सीआई सी आई प्रोडेंसियल तथा माई फिन हब को इस शताब्दी समारोह कार्यक्रम के सफल  आयोजन के लिए धन्यवाद दिया  तथा मुख्यातिथि के हाथों स्मृति चिन्ह प्रदान कराये गये। आयोजन के तीनों  सत्रों का सफलता पूर्वक संचालन इयूका की उड़ीसा राज्य अध्यक्ष श्रीमती रेणु अग्रवाल तथा शिक्षिका खुशबू शर्मा ने किया तथा विशेष सहयोग नमिता नायक का रहा।
वहीं माई फिन हब द्वारा सर्वश्रेष्ठ कर्मचारियों को भी पुरस्कृत किया। कार्यक्रम के इस अंतिम सत्र में इयूका के राष्ट्रीय संचालक तथा आयोजन के मुख्यातिथि डॉ.डी.एस.संधु  तथा आमंत्रित कवियों ने अपनी - अपनी रचनाओं से दर्शकों तथा श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया ।
इस शताब्दी समारोह के समापन पर उड़ीसा इकाई की अध्यक्ष श्रीमती रेणु अग्रवाल विनम्र भाव से किसी भी त्रुटि के लिए क्षमा मांगते हुए इस आयोजन को सफल बनाने के साथ साथ इसमें उपस्थित जनों का हार्दिक आभार ज्ञापित किया।