अशोकनगर: मुझे क्या लगभग सभी जानते हैं कि पढ़े लिखे ही अच्छा बुरा कुछ भी अपनी सोच समझ के अनुरूप परिवर्तन ला सकते हैं। क्योंकि पढ़े लिखों को ही अक्षर ज्ञान के माध्यम से पुस्तकों और ग्रंथों में समाहित ज्ञान एवं उसमें छिपे आदृश्य रहस्यों की जानकारी होती है । इससे परे अनपढ़ तो बेचारे इनकी दया पर ही आश्रित होते हैं।
अत्याधिक नींद से हो सकतीं गम्भीर परेशानियां! -डॉ.डी.एस.संधु
अशोकनगर: आज सुबह जब में अपने घर कुछ आवश्यक कार्य करने बैठा ही था कि मेरे एक मित्र के नंबर से कॉल आई ,इसे जैसे ही मैंने लाइन पर लिया उधर से मित्र की पत्नी का घबराहट भरी आवाज आई -" भाई साहब ,भाई साहब ! आवाज में मुझे बहुत बेचैनी महसूस हुई ।मेरे धीरज दिलाने के साथ ही ज्ञात हुआ कि इनके पति अर्थात हमारे प्रिय मित्र कुछ समय से अचानक बस सोये ही जा रहे हैं। उठाओ तो उठते नहीं कि फिर एकदम सो जाते हैं। जैसे न जाने कौनसी नींद का नशा इन पर छा रहा है । भाई साहब आप डॉक्टर है अतः कृपया बतायें हम क्या करें !