भोपाल : म.प्र. के राजनैतिक इतिहास में अभी तक का सबसे बढ़ा उल्टफेर तथा एक साथ 22विधायकों के सामूहिक रुप से अपने नेता ज्योतिरादित्य सिधिंया के समर्थन में सत्तारूढ़ दल कॉग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने के कारण मार्च के महिने में कॉग्रेस की सरकार अल्पमत में आ गई थी ।जिसके कारण सीएम कमलनाथ ने अविलम्ब अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया था।इसके पश्चात शिवराज सिंह चौहान भाजपा की सरकार बनाते हुए चौथी बार सीएम बने। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में सत्ता के लिहाज से इन 28 सीटों पर उपचुनाव काफी महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। इनसे ही राज्य की शिवराज सिंह चौहान सरकार और कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ का राजनीतिक भविष्य तय होगा।मध्य प्रदेश में ग्वालियर, डबरा, बमोरी, सुरखी, सांची, सांवेर, सुमावली, मुरैना, दिमनी, अंबाह, मेहगांव, गोहद, ग्वालियर पूर्व, भांडेर,करैरा, पोहरी, अशोकनगर, मुंगावली, अनूपपुर, हाटपिपल्या, बदनावर, सुवासरा, बड़ा मलहरा, नेपानगर, मांधाता, जौरा, आगर और ब्यावरा सीट के लिए उपचुनाव कराए गए हैं।