Skip to main content
Submitted by Dr DS Sandhu on
Sanskruti Yatra

अशोकनागर : आजादी के 75 वे वर्ष के अवसर पर 9अप्रैल को छत्तीसगढ़ रायपुर से शुरू हो झारखंड, बिहार , उत्तर प्रदेश से होती हुई छतरपुर के रास्ते अशोकनगर जिले में प्रवेश करते हुये 17 तारीख की शाम को चंदेरी आयी, जहां पर रात्री को जनगीतों, लोकगीतों की प्रस्तुति के साथ उपस्थित लोगों से संवाद किया।
बुंदेलखंड की धरती के स्वतंत्रता सेनानी एवं चंदेरी राजा मर्दन सिंह की तस्वीर पर पुष्प माला पहनाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये अशोकनगर जिले के इप्टा सचिव अभिषेक अंशु ने स्वतंत्रता संग्राम इतिहास के संबंध में अपने विचार रखे।वही परमलाल परम ने अपनी चिरपरिचित बुंदेलखंड़ी शैली में लोगगीत गायन किया। हरिओम राजोरिया अध्यक्ष म.प्र. इप्टा ने आंदोलन एवं स्वतंत्रता पश्चात इप्टा की भूमिका पर प्रकाश केन्द्रित किया।
अगले दिन 18 तारीख की सुबह जब अपने चालीस वे दिन में यह सांस्कृतिक यात्रा अशोकनगर पहुँची तो बहुत गर्म जोशी के साथ यात्रा का भरपूर स्वागत कार्यक्रम स्थल ब्लूचिप स्कूल में हुआ। मंच पर उपस्थित सभी यात्री अतिथियों का माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया। इस सांस्कृतिक यात्रा में पूरे समय से साथ चल रहे पत्रकार मृगेन्द्र ने अपने बहुत ही रोचक अंदाज में यात्रा संस्मरण सुनाये। तथा उपस्थित जनों से संवाद और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया।जिसकी शुरुवात जनगीतों तथा बुंदेली लोक नृत्य "नच नारी" और अमर शहीद स्वतंत्रा सैनानी गणेश शंकर विद्यार्थी के जीवन अंशों पर आधारित नाट्य प्रस्तुति से की गई। लोक नृत्य को तैयार कराया जबलपुर से आये इन्दर पांडे ने वहीं नाटक का निर्देशन किया सागर से पधारे आदित्य निर्मलकर ने। इस यात्रा में शामिल वरिष्ट साहित्यकार हरनाम सिंह (इंदौर), इप्टा दिल्ली के साथी मनीष श्रीवास्तव, रजनीश श्रीवास्तव बंधुओं ने भी अपनी बातें साझीं की।
यह 'ढाई आखर प्रेम के' संदेश को जन- जन तक पहुँचाने के लिए कबीर के संदेश को आत्मसात किये यह पाँच राज्यों में घूमती हुई , आजादी के उन मूल्यों तथा उद्देश्यों के लिये प्रेम सद्भाव का संदेश देने के साथ साथ तलाश है, उन मुद्दों की जिनकी नींव में यह देश टिका हुआ है।
अशोकनगर इप्टा इकाई के इस कार्यक्रम में शामिल होने के आमंत्रण में विशेष रूप से ग्लोरी न्यूज के एडिटर इन चीफ डॉ.डी.एस.संधु, जलेस के सुरेंद्र रघुवंशी, महाराज इंजीनियरिंग के शीरिष खेर, रामदुलारी शर्मा जीजी,राजेश खेरा,विशम्भर भास्कर भार्गव, रतनलाल पटेल, विनोद शर्मा,नंद किशोर पटवा, संजय शर्मा, संजय मोहन माथुर भानु प्रकाश रघुवंशी आदि सहित नगर के साहित्यकार, कलाकार ,पत्रकार और समाजसेवियों ने अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज कराई। इप्टा की जिला अध्यक्ष सीमा राजोरिया ने भी यात्रा के संबंध में अपनी बात रखी। इस महत्वपूर्ण आयोजन का संचालन चर्चित चित्रकार पंकज दीक्षित ने किया।
इस यात्रा में "साझी शहादत-साझी विरासत " प्रतीक पात्र में यात्रा के दौरान शहीदों, क्रांतिकारी , स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों, साहित्कारों, कलाकारों के घर आंगन की मिट्टी संग्रहित की गई है । हमारी यह जो मिली जुली संस्कृति विरासत ही है जो बची रहे ।अतः इसलिए ही यह ढाई आखर प्रेम की सांस्कृतिक यात्रा निकाली जा रही है। शाम को यात्रा अपने गंतव्य पर गुना निकलने के पूर्व शहर के शहीद राणा शचीन्द्र सिंह की स्मारक पर तथा तुलसी सरोवर पार्क में पहुँचकर शहीद भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव की प्रतिमाओं पर पुष्प मालायें अर्पित की और जनगीतों के माध्यम से सत्य भामा राजोरिया एवं इप्टा के साथियों ने श्रृद्धांजलि देते हुए सांस्कृतिक यात्रा को भरे मन से विदाई दी।

Kids Dancing