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इयूका का उड़ीसा में शताब्दी वर्ष एवं सम्मान समारोह आयोजित

Submitted by Dr DS Sandhu on

इयूका का उड़ीसा में शताब्दी वर्ष एवं सम्मान समारोह आयोजित*
बरपाली (उड़ीसा): भारतीय नौजवान सांस्कृतिक संघ ( इयूका) की स्थापना के 17दिसंबर 2024 मंगलवार को शताब्दी वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर मारवाड़ी धर्मशाला बरपाली जिला बरगढ़ उड़ीसा में बहुत ही हर्षोल्लास के बीच विभिन्न सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कार्यक्रमों के साथ देश के विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय व्यक्तियों को उनके विशेष योगदानों के संबंध में अलग-अलग 17 राष्ट्र स्तरीय सम्मान इयूका ने प्रदान किये।

इयूका का उड़ीसा में शताब्दी वर्ष एवं सम्मान समारोह आयोजित

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बरपाली उड़ीसा में इयूका का शताब्दी समारोह इयूका का उड़ीसा में शताब्दी वर्ष एवं सम्मान समारोह आयोजित*

चिकनगुनिया का संक्रमण सौ से भी अधिक देशों को कर रहा प्रभावित –डॉ॰डी॰ एस॰ संधु

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अशोकनागर : इन दिनों जिस तरफ भी अपनी नजर डालो उधर ही लोग सिरदर्द,बुखार,मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में सूजन, जी मिचलाना,कमजोरी के कारण थकान आदि की समस्या से पीड़ित दिखाई दे जाएंगे । जिसका प्रमुख कारण है चिकनगुनिया (CHIKV) का वायरस । अभी से पहले यहाँ चिकनगुनिया का वायरस सन 2006 में अपना प्रकोप डाल चुका है।जिसके दुष्परिणाम आज भी लोगों में देखे जा सकते हैं । कितने ही लोगों के जोड़ों में स्थायी रूप से विकृतियां आज भी मौजूद पायी जाती हैं । चिकनगुनिया क्या है? चिकनगुनिया का शाब्दिक अर्थ है "झुकना" क्योंकि यह बीमारी जोड़ों में दर्द पैदा करती है,और इसमी चपेट में आया व्यक्ति दर्द और जकड़न के कारण झुक जाता है । चिकनगुनिया (CHIKV) एक वायरस है जो मच्छरों के काटने से लोगों में फैलता है - विशेष रूप से, एडीज एजिप्टी मच्छर और एडीज एल्बोपिक्टस मच्छर के माध्यम से। चिकनगुनिया संक्रमण तब होता है जब वायरस वाला मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है। वायरस शारीरिक संपर्क या लार के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है, हालांकि रक्त संचरण संभव हो सकता है

राष्ट्रमंडल खेल और भारत की स्थिति

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यह एक ऐसा उन देशों का समूह है जो किसी न किसी रूप में कभी ब्रिटेन से जुड़े रहे हैं। अर्थात राष्ट्रमंडल उन देशों का समूह है जिन  देशों पर औपनिवेशिक काल के दौरान ब्रितानी शासन था और कालांतर में ये देश स्वतंत्र हो गए। राष्ट्रमंडल के सभी 54 सदस्यों ने लोकतंत्र, लैंगिक समानता, अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेल 2022 में इसके सदस्य देशों और क्षेत्रों की टीमों ने हिस्सा लिया है। राष्ट्रमंडल दिवस की शुरुवात:-ब्रिटिश साम्राज्य संसार में बहुत से देशों में फैला हुआ था, किन्तु धीरे-धीरे सभी देश आजादी की तरफ बढ़  रहे थे। इन देशों को एकत्रित रखने के उद्देश्य से ही राष्ट्रमंडल दिवस मनाने की घोषणा की गई थी, क्योंकि एकता ही इस संसार में शांति कायम कर सकती है।